प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2021-22 के आम बजट को देश के सामने खड़ी चुनौतियों के समाधान को नई तेजी देने वाला करार देते हुए गुरुवार को आरोप लगाया कि पिछली सरकारों ने बजट को वोट बैंक के हिसाब किताब का बहीखाता और कोरी घोषणाओं का माध्यम बना दिया था।
प्रधानमंत्री ने चौरी चौरा शताब्दी समारोह का ऑनलाइन उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि कोरोना काल में देश के सामने जो चुनौतियां सामने आई उनके समाधान को यह बजट नई तेजी देगा। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि दशकों से हमारे देश में बजट का मतलब बस इतना ही रह गया था कि किसके नाम पर क्या घोषणा कर दी गई। मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों ने बजट को ऐसी घोषणाओं का माध्यम बना दिया था जो पूरी ही नहीं कर पाती थीं।