विदेशों से मिले नकारात्मक संकेतों से शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजारों में निवेश धारणा कमजोर हुई और बीएसई का सेंसेक्स तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी डेढ़ प्रतिशत लुढ़क गये। शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन गिरावट रही। सेंसेक्स 746.22 अंक यानी 1.50 प्रतिशत टूटकर 48,878.54 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी भी 218.45 अंक यानी 1.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14,371.90 अंक पर बंद हुआ।
एशिया और यूरोप में लगभग सभी प्रमुख शेयर बाजार लाल निशान में रहे। इससे घरेलू स्तर पर भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई। धातु, बैंकिंग, वित्त, ऊर्जा और रियलिटी समूहों में बड़ी गिरावट रही। सिर्फ ऑटो समूह
के सूचकांक में ही बड़ी तेजी देखी गई। निवेशकों ने मझोली और छोटी कंपनियों में भी बिकवाली की। बीएसई का मिडकैप 1.19 प्रतिशत टूटकर 18, 761.87 अंक पर और स्मॉलकैप 1.04 प्रतिशत गिरकर 18,422.05 अंक पर रहा। सेंसेक्स में एक्सिस बैंक का शेयर साढ़े चार प्रतिशत से अधिक लुढ़का। एशियन पेंट्स में भी सवा चार फीसदी की गिरावट रही।
भारतीय स्टेट, इंडसइंड बैंक और आईसीआईसीआई बैंक में तीन से चार प्रतिशत के बीच गिरावट
रही। बजाज ऑटो का शेयर 10 प्रतिशत से अधिक चढ़ा। एशिया में हांगकांग का हैंगसेंग 1.60 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.64 प्रतिशत, जापान का निक्की 0.44 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.40 प्रतिशत टूट गया। यूरोप में शुरूआती कारोबार में जर्मनी का डैक्स 0.86 प्रतिशत और ब्रिटेन का एफटीएसई 0.59 प्रतिशत मजबूत हुआ।
सेंसेक्स 29.81 अंक की बढ़त में 49,594.95 अंक पर खुला और शुरूआती कारोबार में 49,676.88 अंक तक चढ़ने के बाद पूरे दिन लाल निशान में रहा। दिन चढ़ने के साथ इसकी गिरावट बढ़ती गई । कारोबार की समाप्ति से पहले 48,832 अंक तक लुढ़कने के बाद अंत में गत दिवस के मुकाबले 746.22 अंक नीचे 48,878.54 अंक पर बंद हुआ।